नक्सलियों के सफाए की तैयारियां अंतिम दौर में
सोमवार, 26 अक्तूबर 2009
माओवाद को आतंकवाद घोषित करने के बाद केंद्र और राज्य सरकारें छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में नक्सलियों के सफाए की तैयारियों में जुट गयी हैं| इस बाबत घोषित अभियान "ऑपरेशन ग्रीन हंट" की शुरुआत छत्तीसगढ़ के कांकेर एवं राजनांदगाँव जिले से की जाएगी| छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर इन दिनों छावनी की तरह नजर आ रही है| अर्ध सैनिक बालों की सशस्त्र बटालियनों के शिविर लग चुके हैं और नक्सलियों से सीधी भिडंत से पहले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है|
मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कल विदेश यात्रा पर रवाना होने से पहले कहा कि अभियान काफी लंबा चल सकता है| जो लोग गुरिल्लों की तरह लड़ रहे हैं उनसे गुरिल्ला लड़ाई ही की जाएगी|
राज्य में इन दिनों ओपरेशन ग्रीन हंट को लेकर आम लोगों में कुछ अलग तरह की बेचैनी देखी जा रही है| ख़ास करके बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में आम आदिवासी यह पूछ रहे हैं कि सुरक्षा बल जब उनके गाँव में तलाशी के लिए आएँगे तो वे किस तरह से उनको यकीन दिलाएंगे कि वे बेक़सूर हैं | हांलाकि राष्ट्रीय सहारा से एक ख़ास बातचीत में डा. रमन सिंह ने यह खुलासा किया कि सुरक्षा बल गाँव पर हमले नहीं करेंगे बल्कि उन नक्सली शिविरों को निशाना बनाएंगे जहां नक्सली प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं|
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अगले पखवाडे से राजनांदगाँव और कांकेर जिलो में नक्सल सफाए का अभियान तेज हो जाएगा | वैसे तो यह अभियान बस्तर में चालू ही है लेकिन अतिरिक्त बलों की तैनाती के बाद इस अभियान में और तेजी लाई जाएगी| राजनांदगाँव में १२ अगस्त को नक्सली हमले में पुलिस अधीक्षक समेत ३५ जवानो की नक्सली हमले में मौत हो चुकी है | इन दोनों जिलों को नक्सलियों के चंगुल से पूरी तरह मुक्त कराने के बाद दीगर जिलों में सघन अभियान चलाया जाएगा| इस अभियान के तहत नक्सलियों को चारों तरफ से घेर कर उन पर हमला किया जाएगा| फिलहाल राज्य में बाहर से आए जवानो को इलाके की भौगोलिक व दीगर जानकारियों से लैस किया जा रहा है| उन अफसरों के व्याख्यान भी कराए जाएंगे जो नक्सल इलाकों में तैनात रह चुके हैं|
नक्सल ओपरेशन के लिए गठित विशेष टास्क फोर्स के मुखिया बनाए गए विशेष महानिदेशक विजय रमन ने कल रायपुर में पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन और नक्सल मामलों के अतीरिक्त महानिदेशक रामनिवास से लम्बी मंत्रणा की और फिर वे रांची के लिए कूच कर गए| विजय रमन अब रायपुर में ही कैम्पिंग करके सभी पांच राज्यों में चलाए जाने वाले अभियान की सतत निगरानी करेंगे| उनके सुपुर्द हेलीकाप्टर से वे मौका ए वारदात पर भी जाएंगे|
राज्य में जम्मू कश्मीर के अलावा जिन राज्यों में चुनाव हाल में निपटे हैं वंहा से सुरक्षा बालों की आमद रफ़्त जारी है| कांकेर में बी एस ऍफ़ की तीन बटालियनें तैनात की जा रही हैं| राजनांदगाँव में आई टी बी पी की तीन बटालियनें मोर्चा सम्हालेंगी| अभियान से पहले इलाके की सर्चिंग की जाएगी और जरूरत पड़ने पर वायु सेना के हेली काप्तर की मदद भी ली जाएगी| नक्सलियों के तमाम आधार शिविरों के नक्शे तैयार कर लिए गए हैं| अर्ध सेनी बालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नक्सलवादियों को रोंदते हुए आगे बढ़ें| इधर हाल में नक्सलियों जिस प्रकार जवानो को मारा है उससे अभियान दल में एक किस्म की आक्रामकता और जोश देखा जा रहा है| राज्य पुलिस के जवान भी उत्साह जनक आक्रामकता से लबरेज नजर आते हैं|
इधर राज्य के भीतरी हलकों से आ रही ख़बरों के मुताबिक नक्सली भी आक्रामक तेवर अपनाए हुए हैं | नक्सली इस बार अपनी रणनीति के तहत गाँव के लोगों को आगे कर रहे हैं और कुछ इलाकों में प्रत्येक परिवार से एक युवक को उठा लिया गया है| सूत्रों की माने तो अभियान में लड़ाई के मोर्चे पर संघम सदस्य के रूप में युवकों को आगे रखा जाएगा और उनकी जान जाने पर यह प्रचारित किया जाएगा कि इस अभियान में बेक़सूर मारे जा रहे हैं| जशपुर नगर इलाके में झारखंड से नाक्सालवाद चलाने वाले कमांडर ग्रामवासियों की बैठक भी ले रहे हैं| धमतरी जिले में नक्सलियों ने यह धमकी जारी कर दी है कि इस बार कोई भी ग्रामीण पलायन करके बाहर नहीं जाए वरना इसके कड़े नतीजे भुगतने होंगे| राजनांदगाँव जिले में नक्सलियों ने बच्चों की भर्ती कर ली है|
जानकारों की मानें तो जंगल में लड़ाई काफी दिलचस्प और खूंरेजी हो सकती है| एम्बुश (घात लगा कर हमले) की उनकी नीति का पुलिस क्या तोड़ निकालेगी अभी यह कह पाना मुश्किल है|
4 comments:
lets c....
ब्लाग सक्रियता के लिए धन्यवाद.
हम कामना करते हैं की यह अभियान सफल हो और नक्सली ही नहीं नक्सलवाद भी समूल नष्ट हो
लड़ाई के पहले की आपने पूरी तस्वीर पेश कर दी है, देखते हैं आगे क्या होता है।
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