मेघा पाटकर पर सड़े हुए अंडे, टमाटर
गुरुवार, 7 जनवरी 2010
छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाडा में आज जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडे और नर्मदा बचाओ आन्दोलन की नेत्री मेधा पाटकर को आदिवासियों के विरोध का सामना करना पडा। दोनों के साथ धक्का-मुक्की की गयी और पांडे को मोटर साइकिल से गिरा कर उन पर पत्थर, सड़े हुए अंडे और टमाटर फेंके गए।घटना से नाराज मेघा पाटकर और संदीप पांडे थाने के बाहर धरने पर बैठ गये।हालांकि खबर मिलते ही एसपी मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराने की कोशिश की| वे लोग अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ एक रैली निकाल रहे थे। जैसा कि बताया जाता है, दंतेवाडा में मंगलवार से ही तनाव का आलम था। इलाके में सक्रिय वनवासी चेतना आश्रम के संचालक हिमांशु कुमार ने आदिवासियों के मानवाधिकारों के हनन को लेकर एक जनसुनवाई का आयोजन किया था,लेकिन अचानक वे खुद लापता हो गए। इस जनसुनवाई में भाग लेने के लिए मेधा पाटकर और संदीप पांडे दंतेवाडा पंहुचे थे।
दोनों के साथ अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे| जब काफिला जिलाधीश दफ्तर के समीप पंहुचा तो वहां करीब लोगों की भीड़ अचानक पहुँच गयी। इस भीड़ में शामिल लोग मेधा पाटकर और संदीप के खिलाफ नारे लगा रहे थे। भीड़ को देख कर उन लोगों ने आपत्ति जताई तो भीड़ की तरफ से उन पर पत्थर फेंके गए।संदीप जिस मोटरसाइकिल पर थे उसे लोगों ने उसे गिरा दिया। भीड़ काफी उत्तेजित थी। मेधा और संदीप के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोग नक्सलियों का साथ देने का आरोप उन पर लगा रहे थे। बताते हैं कि भीड़ में ज्यादातर ऐसे लोग थे जो सलवा जुडूम में शामिल रहे हैं और सरकारी राहत शिविरों में रह रहे हैं। घटना के बाद दोनों को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गयी। हांलाकि मेधा ने एस पी दफ्तर के बाहर कुछ देर धरना शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि इस तरह से हिंसा नहीं की जानी चाहिए। बल्कि भीड़ को उनसे बात करनी चाहिए थी। बाद में पुलिस उन्हें सुरक्षित जगह पर ले गयी।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
इसी मामले में कल मेधा और संदीप के साथ आए कुछ बाहरी मीडिया कर्मियों के साथ स्थानीय पत्रकारों की झड़प भी हुई। जब स्थानीय पत्रकारों को जनसुनवाई का पता चला तो वे भी कवरेज के लिए आश्रम पंहुच गए और उन्होंने शिकायत की कि बाहर से पत्रकार बुला लिए गए हैं मगर उन लोगों को खबर तक नहीं दी गयी। मौके पर आपस में झड़प के बाद पुलिस ने कथित बाहर से आए मीडियाकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली।
1 comments:
बढिया है,यायावरी की झलक मिलती है .मुझे लगता है इस ब्लॉगगीरी के लिए थोडे और समय की दरकार है.कुछ भी हो रोचक ,ज्ञानवर्धक और दर्शनीय लगा.
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