लाजवाब नेता, लाचार मंत्री
सोमवार, 15 मार्च 2010
आप छत्तीसगढ़ के मौजूदा गृह मंत्री हैं| श्री ननकीराम कँवर| कँवर की मुश्किल यह है कि उनके लाजवाब बयानों से हर बार तोप के गोले छूटते है जिनके निशाने पर वे खुद आ जाते हैं| इस बार उनका बयान पुलिस पर है| उन्होंने विधान सभा में बाकायदा दर्ज कराया है कि हमारे थानेदार रिश्वत ले कर काम करते हैं और उनको हफ्ता वसूली की आदत पडी हुई है|
दरअसल ननकीराम आदिवासी इलाके से चुन कर आते हैं और खुद भी आदिवासी हैं| वे बिना लाग लपेट के और खरा -खरा बोलते हैं| जो बोलते हैं वह सच तो है ही लेकिन ऐसा सच एक मंत्री बोले तो एक सीधा सा सवाल उठता है कि जनाब आपकी पुलिस महीना लेती है तो आप किस काम के मंत्री हैं| लाइए उनके नाम सामने| इतना तो कोई भी पूछेगा कि जिनको आप कटघरे में खड़े कर रहे हैं तो आप सिर्फ बयान देने का ही काम करेंगे या फिर कार्रवाई भी करेंगे| फिर यह आरोप मंत्री ही लगाए तो जनता क्या कर सकती है| फिर भी दमदारी से उन्होंने बयान तो दिया है लेकिन यह दमदारी वे मंत्री के रूप में भी दिखाएं और जो जो हफ्ता वसूलते हैं उनके नाम भी सामने लाएं और कठोर कार्रवाई के आदेश भी दें तभी सार्थकता सिद्ध हो सकती है|
कँवर की पहचान छत्तीसगढ़ के साफ़ सुथरे लीडर की है और उनकी नीयत पर शायद ही किसी को संदेह रहता हो| वे तूफानी तरीके से दौरे करते हैं और शराब की अवैध बिक्री करने वाले कई कोचियों को तो मौके पर जा कर धर दबोचने का काम कर चुके हैं| उनकी छापामार शैली से अपराधी घबराते हैं| वे दौरे से लौटते समय रास्ते में खड़े ग्रामीणों से मिल लेते हैं और जब शिकायत मिलती है कि कहीं गलत काम हो रहा है तो वे मौके पर जा धमकते हैं| लेकिन यह तो सच है कि वे मंत्री भी हैं| उनके बयान से सारे थानेदार शर्मसार हुए हैं| शायद वे भी जो हफ्ता नहीं वसूलते हैं| हो सकता ही ऐसे लोग चुनिन्दा ही हों मगर होंगे तो सही| रिश्वत नहीं लेने वाले लोग भी सब विभागों में मिलेंगे|
जैसा कि एक आला अफसर ने कहा कि मंत्री के मुताबिक़ सब थानेदार हफ्ता वसूलते है तो उनके एक रिश्तेदार भी थानेदार हैं| ऐसे बयान सस्ती लोकप्रियता तो दिला सकते हैं लेकिन लाचारगी भी जाहिर करते हैं| वे कारगर तभी हो सकते हैं जब हफ्ता वसूलने वालों पर कोई ठोस कार्रवाई भी हो| तो.. यह कार्रवाई कौन करेगा मंत्रीजी ?
2 comments:
सही सवाल है ।
hmm isiliye in mantri jee ne vidhansabha me belaag bayan de diya ki raigarh wali apaharn ki ghatna jhoothi hai, vo studen gal khud api marji se gai thi aur ape haath paavn khud hi bandhi thi. idhar ye aisa kah rahe the aur vidhansabha me inse aage seat pe baithe CM inka haath thap thapaa rahe the ki chup ho jao...
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