ठेका नहीं मिला तो अफसर की ब्लू फिल्म दिखा दी
सोमवार, 26 अक्तूबर 2009
छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का काम देख रहे एक शीर्ष अधिकारी को विभागीय ठेकेदारों को काम से बेदखल करना इतना भारी पडा कि उन लोगों ने अफसर की पत्नी की कथित ब्लू फिल्म बाजार में पेश कर दी! यह फिल्म न्यूज़ चैनल ने प्रसारित कर दी जिसके बाद इतना बवाल मचा कि पुलिस ने अफसर की शिकायत पर अनेक संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज करके चैनल समेत 12 रसूखदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है!
यह शर्मसार कर देने वाला मामला तब चर्चा में आया जब न्यूज़ चैनल ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के बेडरूम के शॉट्स दिखाने शुरू किये! चैनल की खबर में कहा गया कि अफसर ने खुद अपनी पत्नी की सजीव तस्वीरें आपत्तिजनक हालत में उतारी हैं लिहाजा यह अनैतिक है और इसे बेनकाब करने के लिए खबर पेश की गयी! खबर चलने के बाद ही अफसर की पत्नी का बयान आ गया कि उनकी सहमति से यह सब हुआ है और किसी को भी किसी के बेडरूम में झाँकने का कोई अधिकार नहीं है!
खबर चलने के बाद अर्धरात्रि में मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बाकायदा एक तहरीर दे कर सिविल लाइंस पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि कुछ ठेकेदार घटिया काम करने के एवज में निकाल दिए जाने के कारण उनपर दबाव ड़ाल रहे थे और अब वे उनका चरित्रहनन करने में कामयाब हो गए हैं!
रिपोर्ट में चैनल के पत्रकारों पर भी ब्लेकमेलिंग के आरोप जड़ दिए गए! पुलिस ने फ़ौरन इस रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज कर ली! नामजद रिपोर्ट में पांच ठेकेदारों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया! इनके अलावा विभागीय कर्मचारियों सहित चैनल के खिलाफ भी भारतीय दंड संहिता की धारा 292, 384 और 120 बी के तहत जुर्म दर्ज किया गया है!
अधिकारी द्वारा लिखाई गयी रिपोर्ट का हवाला देते हुए राजपत्रित अधिकारी संघ एवं डिप्लोमा अधिकारी संघ ने भी घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है! इधर चूंकि चैनल के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है लिहाजा चैनल के प्रदेश प्रभारी का कहना है कि उन्होंने पत्रकार होने का दायित्व निभाया है.
राज्य में पत्रकारिता जगत में इस मुद्दे पर सम्पादकीय आने शुरू हो गए है कि मीडिया को किसी के बेडरूम में झाँकने का अधिकार है अथवा नहीं! राज्य के गृह मंत्री ननकीराम कँवर का कहना है कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा! फिलहाल हाई प्रोफाईल मामला होने के कारण पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है! आरोपियों में कुछ रसूखदार नेताओं के पूतों के नाम भी हैं जो ठेकेदार हैं!
ताजा सूरतेहाल यह है कि अधिकारी का तबादला कर दिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है
इस पूरे दौर में आलम यह है कि हाल में केन्द्रीय टीम ने दौरा करके राज्य की 18 सड़कों को फिर से उखाड़ कर दुबारा बनाने के निर्देश दिए थे! राज्य में 80 फीसदी सड़कों को मानकों के लिहाज से घटिया पाया गया है! विभाग ने कार्रवाई करते हुए बिलासपुर में दो कंस्ट्रक्शन कम्पनियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया है!
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