बुधवार, 22 मार्च 2023
सभी मित्र ब्लॉग के साथी यूट्यूब पर भी यायावर की पोस्ट देख सकते हैं। सुस्वागतम।
Pl type yayavar ramesh
Or just click below
https://youtube.com/@yayavartraveler5811
सभी मित्र ब्लॉग के साथी यूट्यूब पर भी यायावर की पोस्ट देख सकते हैं। सुस्वागतम।
Pl type yayavar ramesh
Or just click below
https://youtube.com/@yayavartraveler5811
आदरणीय रमेश नैयर जी ने लोक की यात्रा पूरी कर ली और देवलोक को गमन कर गए हैं लेकिन उनकी यादें हमेशा जीवंत प्रकाशित रहेंगी। हमारे दिलों में वे सदा रहेंगे।
स्व. रमेश नैयर ने छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी पत्रकारिता के प्रतिमान स्थापित किये। वे अपने कृतित्व और व्यक्तित्व से नयी पीढ़ी के #पत्रकारों को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
बताने की जरूरत नहीं, वे पत्रकारों के पत्रकार थे संपादकों के #संपादक थे और अर्ध शताब्दी से उनका नाम चमकता रहा है।
नैयर जी उस पीढी से थे जिसने हमेशा सत्य का साथ दिया। वह हमेशा सत्य पर अडिग रहे।
#मुख्यमंत्री #भूपेशबघेल ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा कि स्व. नैयरजी ने छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी पत्रकारिता के प्रतिमान स्थापित किये हैं। वे अपने कृतित्व और व्यक्तित्व से नयी पीढ़ी के पत्रकारों को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
नैयर जी का जीवन सादगी से भरा हुआ था जब परिवार के साथ वक्त देते थे लेकिन समाज के लिए भी समर्पित थे उनको अनेक पुरस्कारों से नवाजा गया। उनके निधन की सूचना से पूरे पत्रकार जगत में शोक की लहर व्याप्त हो गई।
सम्मान का कोई भी मंच हो नैयर जी की जगह सुरक्षित थी। विमोचन हो या पुरस्कार वितरण तक।
नैयर सर से जुड़े अनेक संस्मरण हैं। वे नौजवानों को प्रोत्साहित करने वाले सम्पादक थे। उनके अपने स्थापित मानदंड थे जिन पर वे उम्र भर कायम रहे l मां सरस्वती उनके कंठ में विराजमान रहती थी और जब वे दिल से लिखते थे तो जमाना गौर से पढ़ता था।
प्रिंट मीडिया से बेशक नैयर जी ने शुरुआत की थी लेकिन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी वे सिद्धहस्त वक्ता थे।
आशावाद और उम्मीद नैयर जी की पत्रकारिता के केंद्र बिंदु थे उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वे दो टूक समीक्षक थे।
जब #करोना_वायरस फैला तो नैयर जी भी महामारी के खिलाफ डीपीआर छत्तीसगढ़ द्वारा शुरू किए गए जन जागरूकता अभियान में सीना तान कर समाज को #जागरूक बनाने आगे आए।
वे पत्रकारिता जगत के सिद्धहस्त पुरोधा और प्रकाशमान नक्षत्र थे।समाज सेवा में भी अग्रणी थे।
उनकी #कलम की धार बहुत पैनी थी और उस कलम में एक सजग नागरिक सजग पत्रकार सर्जक संपादक सर्जक समाजसेवी नजर आता था।
विचार कभी नही मरते। उनका यूं जाना शोक का इसलिए कारण नहीं, क्योंकि वे वे पंच महाभूत में विलीन हुए हैं, देह से मुक्त हुए हैं, विचारों में लेखों में सदा अमर रहेंगे।
रमेश नैय्यर का जाना पत्रकारिता में बौद्धिक खालीपन उत्पन्न करेगा। मगर वो पत्रकारिता जगत के ध्रुव सितारे हैं। उनकी प्रेरणा कई युवाओं को दिशानिर्देशित करेगी।
वे सदैव हम सबके बीच में नहीं हैं लेकिन उनके विचार आने वाले कई वर्षों तक हम सब पत्रकारों को अनुप्राणित करते रहेंगे।
रमेश नैयर जी मूल्यों के पक्षधर थे। उन्होंने मीडिया में यह बात अपने तइ स्थापित की कि हमेशा सच के साथ चलो और वे जीवनभर सच के मूल्यों के प्रहरी बने रहे।
आदरणीय रमेश नैयर जी हम सब पत्रकारों के प्रेरणा स्रोत रहे हैं।
उनको मेरा शत-शत नमन
You tube story के लिए click करें
https://youtu.be/ZJIvrfH0S7Q
बारिश का मौसम मुझे भीतर तक भिगो देता है| समूचे छत्तीसगढ़ में इन दिनों झमाझम बारिश हो रही है और देश भर में बरसात अपना असर दिखा रही है। उत्तर-पूर्व के कई राज्य जलाप्लावन से जूझ रहे हैं। मूसलाधार बारिश में खिड़की पर खड़े हो कर घर के आगे लगे हुए गुलमोहर के पेड़ को शिथिल झूमते देखना सुहाना लगता है। यही गुलमोहर प्रचंड गर्मी में लाल सुर्ख हो कर दहकता है जब पेड़ों की पत्तियां झड जाती हैं और हरियाली के दर्शन दुर्लभ हो जाते हैं।
मेरे जन्मदिन आम से दिन को, साधारण दिवस को खास और अहम बनाने वाले मित्रों परिजनों का हार्दिक हार्दिक आभार और इसी के साथ ही एक घटना का भी जिक्र करता चलूं जो हाल में घटी, जिसमें मेरी भिड़ंत बिच्छू महाशय से हो गई और बिच्छू ने अगर कमाल दिखा दिया होता तो आज मेरा नमस्ते वाला दिन बन गया होता।
एक अकेले जामताड़ा ने पूरे छत्तीसगढ़ ही नही समूचे आसपास के राज्यों की पुलिस की नाक में दम कर दिया है। झारखंड का कुख्यात जामताड़ा साइबर अपराध का अभ्यारण्य बन गया है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इलाके से 725 सिम कार्ड जब्त कर आधा दर्जन आरोपियों को रायपुर लेन में सफलता हासिल की है जिन पर हजारों लोगों से ठगी के आरोप हैं।
© Free Blogger Templates Columnus by Ourblogtemplates.com 2008
Back to TOP